पौधों की संवेदना का सम्मान करें एवं दिन में एक बार उससे मिलने ज़रूर जाएँ: डॉ. मेहता
अश्वअनुसंधान केन्द्र ने मनाया हरित महोत्सव
पौधों की संवेदना का सम्मान करें एवं दिन में एक बार उससे मिलने ज़रूर जाएँ: डॉ. मेहता
BIKNER - राष्ट्रीयअश्व अनुसंधान केन्द्र, महावीर इन्टरकोन्टीनेटलसर्विस ऑर्गेनाइजेशन, बीकानेर ग्रेटर के सौजन्य से औषधीय उद्यान में पौधारोपण कर हरित महोत्सव मनाया गया I कार्यक्रम की अध्यक्षता करते प्रभागाध्यक्ष डॉ. एस. सी.मेहता ने कहा कि आप सिर्फ़ नाम कमाने एवं फोटो खिंचवाने के लिए या किसी संस्थागतलक्ष्य को पूरा करने के लिए पौधारोपण नहीं करें बल्कि मन से इसे लगाएँ एवं नैतिकता से इसे पालें । अगर आप ने इसे सिर्फ पानी पिला रखा है तो यह न केवल अपनी वृद्धि कर लेगा बल्कि अत्यधिक गर्मी एवं सर्दी से भी लड़ लेगा।
महान वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बसु ने सिद्ध किया था कि पौधों में भी संवेदना होती है इसलिए उसकी संवेदना का सम्मान करें एवं दिन में एक बार उससे मिलने ज़रूर जाएँ। आप के मिलने से वह बहुत खुश होगा एवं उसे जिन्दा रहने के लिए हौसला मिलेगा। इस अवसर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नरेश गोयल ने कहा की पौधारोपण एवं संरक्षण के लिए हम प्रतिबद्ध हैं एवं मेरी दिली इच्छा है शीघ्र ही वृहद स्तर पर पौधे तैयार कर पूरे क्षेत्र में निःशुल्क बांटने का कार्य हम करें।
मैं इस कार्य के लिए तन मन धन से सहयोग करूँगा एवं आप सभी के सहयोग से हमारी संस्था इस कार्य के लिए जानी जाए ऐ से हम प्रयास करेंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता महेंद्र जैन ने कहा की पेड़ लगाने से बड़ा कोई पुनीत कार्य नहीं एवं आज से 26 सौ वर्ष पहले भगवान महावीर ने कहा था कि पेड़ों में भी जीवन है एवं वह संवेदनाएँ समझते हैं। इस अवसर पर प्रसिध्द साहित्यकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि अच्छे कार्य करो एवं उसको आधुनिक संसाधनो का प्रयोग करअधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाओ, इस से जनचेतना आती है एवं सामाजिक क्षेत्र में प्रगति होती है। इस अवसर पर बाबुलाल सींथल ने कहा कि अगर जीवन में कुछ कार्य करने का समय मिले तो पौधरोपण कर उसकी सेवा करें एवं पौधे चाहे कम संख्या में लगावें परन्तु उनका लालन पालन ज़रूर अच्छी तरह करें ।
संस्था के सचिव कल्याण राम सुथार ने कहा कि पौधे तो धरती का शृंगार हैं एवं बिना इस शृंगार के यह एकदम बंजर लगाती है इसलिए अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाएँ।
आज के कार्यक्रम में लखाणी ट्रस्ट, नापासर एवं संजय कोचर का विशेष सहयोग रहा । कार्यक्रम में डॉ पूजा मोहता, पूरनचंद राखेचा, डॉ रमेश देदर, डॉ राव, डॉरत्नप्रभा, डॉ कुट्टी, डॉ जितेन्द्र सिंह एवं कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया । कार्यक्रम नरेन्द्र चौहान, ओम प्रकाश एवं गोपाल ने आयोजित किया । कार्यक्रम के सफल आयोजन में केन्द्र के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सहभागिता रही।
