केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड की बिल्डिंग नकारा घोषित होने के बाद बिल्डिंग को शिफ्ट करने का काम शुरू

केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड की बिल्डिंग नकारा घोषित होने के बाद बिल्डिंग को शिफ्ट करने का काम शुरू

केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड की बिल्डिंग नकारा घोषित होने

 के बाद बिल्डिंग को शिफ्ट करने का काम शुरू

भरतपुर-  केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड की बिल्डिंग नकारा घोषित होने के बाद बिल्डिंग को शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही बिल्डिंग को डिपो में शिफ्ट कर दिया जाएगा। कुछ दिनों के लिए बस स्टैंड प्रशासन यात्रियों के लिए कल से अस्थाई व्यवस्था कर रहा है।

शुक्रवार को बिल्डिंग में रखे सामान को देर रात तक शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिसके बाद जर्जर बिल्डिंग के चारों तरफ टीनशेड लगाकर उसे कवर कर दिया जाएगा। जिससे कोई यात्री उसके अंदर न जा सके।

रोडवेज के भरतपुर डिपो के सीएम शक्ति सिंह ने बताया कि कल ही हमारे पास मुख्यालय के द्वारा स्वीकृति प्राप्त हुई है। हमें बस स्टैंड को अस्थाई रूप से शिफ्ट करना है। यात्रियों के लिए क्षतिग्रस्त पार्ट को वैन करवा दिया गया है। कुछ दिनों के लिए टेंट की व्यवस्था की जाएगी।

उसके बाद अस्थाई रूप से टीन शेड लगाया जाएगा। जिससे यात्रियों को वहां शिफ्ट किया जा सके। कलेक्टर के आदेश के बाद कल रात से ही शिफ्टिंग का काम शुरू कर दिया था।

यात्रियों को परेशानी नहीं हो उसके लिए मोबाइल बुकिंग के तहत काम करवा रहे हैं। थोड़ा समय लगेगा शिफ्टिंग में बाकी जल्द से जल्द बस स्टैंड को शिफ्ट कर दिया जाएगा। अभी मुख्यालय के निर्देश हैं कि बस स्टैंड का निर्माण यहीं पर होगा। बाकी जो मुख्यालय से आदेश आएंगे उस पर काम किया जाएगा।
रोडवेज बस स्टैंड पर 25 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन रोजाना रहता है तथा भरतपुर एवं लोहागढ़ की 150 से अधिक एवं अन्य डिपो एवं अन्य राज्यों की 300 से अधिक बसों का संचालन होता हैं। बस स्टैंड की हालत क्षतिग्रस्त होने बरसात का पानी आने से बड़े हादसे की संभावना बनी रहती हे। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री जिला प्रभारी मंत्री सुरेश रावत जिला कलक्टर कमर चौधरी के संज्ञान में आने के बाद गंभीरता से लेते हुए बस स्टैंड के शिफ्टिंग के आदेश हुए हैं। अन्यथा झालावाड़ स्कूल की तरह बड़ा हादसा हो सकता था। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए स्टैंड शिफ्टिंग की जा रही है।